इक गज़ब की प्यास है,
री जिंदगी थोड़ी पी लेने दें...
रूठ जइयों चाहे फिर,
आज तो मजे से जी लेने देँ...।
लौटी फिर प्रभा आज,
फिर मेरे ख्वाब सी लेने दे….।
गज़ब प्यास ही जीना,
साथ तेरे मुझे जी लेने दे....!
Love you Jindagi...love u
©पुखराज यादव