मुंगेली के भोलाराम अब हो गए है सुपरस्टार राजमिस्त्री
मकान निर्माण के वक्त आप सभी लोगों ने देखा होगा कि मिस्त्री के सहायक कैसे रेत, सिमंेण्ट , ईट और गारे जैसे समान की सिर्फ ढूलाई करते है यकिनन काम उनका ज्यादा होता है लेकिन मजदुरी ज्यादा मकान के मिस्त्री को ही दिया जाता है। वही ढुलाई का काम करने वाले कामगारों को कम मजदुरी का भुक्तान किया जाता है। मुगेली जिला के पंचायत खेड़हा निवासी भोलाराम भी एक मजदूर थे। उन्होने मुख्यमंत्री कौशल विकास योजना से प्रशिक्षण पाकर आज एक राजमिस्त्री की तरह काम करते हैं। पंचायत के उपसरपंच संतोष कुमार पाण्डेय बताते है कि भोलाराम पहले सहायक मजदूर की तरह ही काम करते थे। श्रम विभाग के द्वारा संचालित कौशल विकास योजना कार्यक्रम के तहत प्रशिक्षण पाकर राजमिस्त्री बन गया है। अब भोलाराम निजी कार्यो के अलावा शासकिय भवन निर्माण कार्य करते है। भोलाराम सुपरस्टार राजमिस्त्री प्रतियोगिता में भी भाग ले चूके है। वही जिले में आयोजित राजमिस्त्री प्रतियोगिता हिस्सा ले चुके है। इसके बाद बिलासपुर में भी स्पर्धा में हिस्सा ले चुके है।
कौशल विकास जरूरी
भोलाराम जैसे अकुशल कामगार जैसे लोग समाज के लिए एक सार्थक उदाहरण है जो प्रशिक्षण पाकर समाज में एक अपना स्थान बना पाते है। जरूरत है तो सिर्फ कौशल विकास उन्नयन का आइये जो हुनर हममें है उसे निहारे और समाज को आगे बढाए।।