दुनिया की सबसे अमुल्य गिफ्ट- इससे बडा कोई उपहार नहीं है.............।
हम अपने इष्ट जनों को जन्मदिन पर या किसी मौके पर उपहार देते है। क्या आपने सोचा है कि आप ऐसा भी काई उपहार दे सकते है जो दुनिया में सबसे अतुल्य हो। वह उपहार है दो वृक्ष के पौधे का उपहार देना। जहां वनो का विनास हो रहा है और नगरीयकरण के लिए पेडों की कटाई अंधाधूंध तरिके से हो रहा है।
हृदय में एक पीडा होता है कि हम मानवों ने ऐसे-ऐसे यंत्रों का अविष्कार कर लिया है जो दो पलके झपकाते ही विशाल वृक्ष को जमीदोज कर देते है। मेरा यह विचार है कि हम उपहारों के चलन में अगर दो पौधे देते है तो इससे यह होगा ही हर दिन एक औसत अनुमान लेते है कि 1000 लोगों का जन्मदिन रोज होता ही होगा और विभिन्न तरह के आयोजन होते है वहां अगर हम दो पौधे उपहार देते है तो रोज 2000 पौधों का रोपण हो जायेगा और इस तरह से एक वर्ष में 7लाख 30हजार पौधे लगाए जा सकते है।
इससे एक ओर जहां उपहार देने वाले और लेने वाले दोनों को पुण्य मिलेगा और पर्यावरण का भी संरक्षण आसानी से हो सकता है। मेरा यह विचार है, अगर आप सहमत है तो इसे अपनाने का प्रयास करें.......।
पेड़ उपहार दे, पेड़ उपहार ले।
संरक्षित हो धरा, ऐसा संस्कार सबको दे।।
आपका
पुखराज यादव
पेड़ उपहार दे, पेड़ उपहार ले।
संरक्षित हो धरा, ऐसा संस्कार सबको दे।।
आपका
पुखराज यादव