प्यार
1.प्यार से प्यार ना हो जाए डरता हुं....
नाम मेरा प्यार में ना बदनाम हो जाये डरता हुं....
कितने तबाह हुऐ इसकी गिनती नहीं...
कही प्यार के क्षितिज में खेा ना जाऊ डरता हंु....
2.युं प्यार से ना देख...
दिवाना ना हो जाऊ....
माना लिस्ट लम्बा है तेरे आषिकों का....
कहि प्यार में परवाना ना हो जाऊ.....
3.एक ख्ता कर आया हुं...
कल ही टूटा था दिल मेंरा...
दर्द बहुत है फिर भी मेरे देास्त...
आज फिर प्यार का परचा भर आया हुं...
4.प्यार है तुमसे इसलिये प्यारा हूं....
सब कहते है सबसे प्यारा हूं....
जब भी होता है इष्क अपने खुमार पर...
सब कहते है कितना प्यारा हूं....
5.आओं एक बार इष्क करले....
दिल में थोडी गुस्ताखियां करलें...
कहते है लेाग प्यार एक ख्ता है....
आओं एक बार ये ख्ता करलें....
6.वो पहली बारिष याद है....
भीगी बारिष में पहली मुलाकात याद है...
तुम ना कूछ कही ना मै कूछ कहा...
आखांे ही आखों में प्यार का इजहार याद है....
7.लब्जों में बयां हो वो प्यार क्या?...
बिन कहे जो समझ ना वो प्यार क्या?..
प्यार तो एक एहसास हैं...
जो प्यार को ना समझे वो इंसान क्या?...
8.प्यार में भी पहरा करने लगें है लोग....
ना जाने प्यार से इतना क्यों डरते है लेाग....
प्यार तो प्यार है मेरे दोस्त...
प्यार केा इतना बदनाम क्यो करते हैं लोग...
9.प्यार से इत्तेफाक ना रखना....
दिल में कोई नाम दबाकर ना रखना....
होता ही है प्यार नजरेंा से...
मेरे देास्त नजरें बचाकर ना रखना...
10.लब छूने को जी चाहता है....
प्यार में दिल ये हसी गलती चाहता है...
मेरे दिल केा इतना ना सिधा समझना...
ये तेा लाखों ख्ता करना चाहता हैं....
1.प्यार से प्यार ना हो जाए डरता हुं....
नाम मेरा प्यार में ना बदनाम हो जाये डरता हुं....
कितने तबाह हुऐ इसकी गिनती नहीं...
कही प्यार के क्षितिज में खेा ना जाऊ डरता हंु....
2.युं प्यार से ना देख...
दिवाना ना हो जाऊ....
माना लिस्ट लम्बा है तेरे आषिकों का....
कहि प्यार में परवाना ना हो जाऊ.....
3.एक ख्ता कर आया हुं...
कल ही टूटा था दिल मेंरा...
दर्द बहुत है फिर भी मेरे देास्त...
आज फिर प्यार का परचा भर आया हुं...
4.प्यार है तुमसे इसलिये प्यारा हूं....
सब कहते है सबसे प्यारा हूं....
जब भी होता है इष्क अपने खुमार पर...
सब कहते है कितना प्यारा हूं....
5.आओं एक बार इष्क करले....
दिल में थोडी गुस्ताखियां करलें...
कहते है लेाग प्यार एक ख्ता है....
आओं एक बार ये ख्ता करलें....
6.वो पहली बारिष याद है....
भीगी बारिष में पहली मुलाकात याद है...
तुम ना कूछ कही ना मै कूछ कहा...
आखांे ही आखों में प्यार का इजहार याद है....
7.लब्जों में बयां हो वो प्यार क्या?...
बिन कहे जो समझ ना वो प्यार क्या?..
प्यार तो एक एहसास हैं...
जो प्यार को ना समझे वो इंसान क्या?...
8.प्यार में भी पहरा करने लगें है लोग....
ना जाने प्यार से इतना क्यों डरते है लेाग....
प्यार तो प्यार है मेरे दोस्त...
प्यार केा इतना बदनाम क्यो करते हैं लोग...
9.प्यार से इत्तेफाक ना रखना....
दिल में कोई नाम दबाकर ना रखना....
होता ही है प्यार नजरेंा से...
मेरे देास्त नजरें बचाकर ना रखना...
10.लब छूने को जी चाहता है....
प्यार में दिल ये हसी गलती चाहता है...
मेरे दिल केा इतना ना सिधा समझना...
ये तेा लाखों ख्ता करना चाहता हैं....