राह
1. राह में चलते चलते हमसफर मिल जाते है....
मंजिलों के फासलों में हमराह मिल जाते हैं...
नसीब है अपना अपना मेरे देास्त....
कई लोग मिलते है या बिछड जाते हैं...
2. आज भी राह में इंतेजार तेरा होता हैं...
तु आये ना आये इंतेजार हमेषा हेाता है...
माना की भूल गई तुम...
जिन्दगी के राहेां में यादंे तेरी गुलजार आज भी होता है.....
3. तेरी तस्वीर आज भी आइने में दिखते है...
रह रह कर तेरा हाल पूछते है....
क्या बयां करू तेरी अधूरी राह तक की कहानी...
आज भी तेरी जूदाई चूभते हैं....
4. राह में कितने बाधाएं आएं....
हस कर सब झेल लेगंे...
तुम साथ हो मेरे हमदम....
हर मुस्कील से लड लेंगंे....
5. मोहब्बत के राह में चलना इतना आषान नही....
किसी के दिल मे जगह बनाना इतना आषान नही....
मेरे दोस्त किसी से प्यार करना आषान है....
दिल में उसकें प्यार जगाना इतना आसान नही है...
6. जिस राह में गुजरती हों...
जालिम बडा बवाल करती हो....
रोज कोई ना केाई आषिक पिटता है मुझसे....
क्यो बेचारों का इतना बुरा हाल करती हों....
7. तेरा मेरे गलि में आना क्या कहना....
चलते चलते सबका चैन चूरा क्या कहना...
रोज इंतेजार होता है राहों में....
देर से आके जलवे दिखाना क्या कहना....
8. अक्सर लोग जलते है मुझसे...
रोज राह में मिलते है ये देखकर....
रोज चर्चा हमारे बारे में करते है लोग...
षायद इससे ही जलते है मूझसे लोग.....
9. आने का बहाना बनाकर जाना अच्छा नही...
लबों से यु लब का लगाना ठीक नही....
दिल के सांसे भी तेज हो जाती है...
युं झूककर दिल का हाल बताना ठीक नहीं...
10.आज खमोष नही रहना मुझे....
राहो पर नजरे बिछाये नही रहना मुझे...