Saturday, October 15, 2016

अजनबी लडकी

                                        अजनबी लडकी




1.    पिछली बारिष में एक अजनबी चहरा याद है...         
जिसके नाम का नही पता...                         
उसके पते तक पिछा करना याद है...                    
 उस अजनबी लडकी से मिलना याद है...
 


2.    एक हसी चहरा याद आता है...                        
 उस पर नजरों का पहरा याद आता है...                    
 बडा अफसोस हेाता है बस छूटने का...                    
 पीछे सीट पर बैठी अजनबी लडकी का चहरा याद आता है....
 


3.    अनजान षहर में वो एक अनजान थी....            
 षहर की वो षान थी...                                 
बडे ही एक्सीडेंट हो गये उस रोज...                     
जब अजनबी चली सडक पर फैलायें षान थी...
 


4.    उस अजनबी का कैसे दिदार करू....                     
देख ही था एक झलक....                            
 कैसे उसके चेहरे का श्रृगार करू....                         
उस लडकी से कैसे प्यार का इजहार करू....
 


5.    आज फिर इष्क हो गया...                        
 अजनबी लडकी पे दिल फिक्स हेा गया...             
माना बडी जालिम है वो...                             
उसे अपना बनाने का मैच फिक्स हेा गया...
 


6.    घर के मुंडेर पर उसका दिदार हूआ....                
 अजनबी लडकी से आंखें चार हूआ...                 
माना बडी घमंड है उसे अपने हुस्न का...                
 दिल भी हूस्न का षीकार हूआ....
 


7.    एक अंनजानी सी एहसास थी उस लडकी में....         
जरूर कोई बात थी उस लडकी में....                     
युं ही नही दिल में होती कसक....                         
कुछ तो जादू था उस लडकी में....
 


8.    वेा कौन है रूबरू होना है.....                         
अजनबी लडकी से परिचित होना है....                
 माना कि पता तो नही पता....                         
जब तक पता उसका ना मिले तो अपना पता खेाना है.....
 


9.    आज इष्क में दिल हारना हैं...                    
 जित कर कौन सा हो दूर रहूगां...                        
 बस अजनबी लडकी से हार कर....                    
बाजीगर की तरह बाजी मारना है....
 


10.    आज फिर दिदार हूआ...                             
यार वो अजनबी चेहरा अभी दिल से पर हूआ...            
 माना कि इष्क के बाजार में बडे धोखे है...                 
उस अजनबी चेहरे  पर ना जाने कैसे एतबार हुआ....