सूरत
1. तेरी सूरत से सिरत...
देखू ये एहतियात है...
माना नाम लबो पर है...
लबों में तेरे नाम देखू....
ये एहतियात है....
2. चांद की मूरत क्या होगी...
रोज सपनो में आती है....
वो एक परी सी है....
सूरत उसकी क्या होगी....
3. कोई खूदा पुजता है....
कोई भगवान पूजता है.....
मुरत उसकी पूजता है...
सूरत किसी ने ना देख...
फिर क्यों पत्थर पूजता है.....
4. पलकों में सजा लेता हू....
सपना यु ही बना लेता हूं....
अभी तक इंतेजार है तेरा...
तेरी सूरत यु ही बना लेता हुं....
5. आइनों में सूरत है तेरी....
हर कही मूरत है तेरी...
फिदा जबसे हूआ मै....
खूद में देखता सूरत तेरी....
6. जा जरा दूर जा...
मुझसे दूर हो जा...
भूला लोगी अगर मेरी यादे...
सुरत भूल जूदा होके दूर जा....
7. सुरत में तेरे एक नाम देख रहा हू...
मोहब्बत का सुबह षाम देख रहा हू....
वाह क्या खूब करती हो....
तेरे आखेां में अक्स अपना देख रहा हू...
8. सूरत से रोषनी गई...
जैसे रूठ मेरी जिन्दगी गई....
वो भी रो रही होगी....
जबसे वो दिल तोड कर गई....
9. पता से पता पूछ रहा हू....
खूद के घर के पता पूछ रहा हू.....
मूझे सूरत के सिवा याद नही कूछ....
खूद से लापता हू पता पूछ रहा हू....
10. सूरत से चित्र बना लिया....
मन में बसा लिया....
तूम जहां रहो जान लूंगा...
इस तरह सांसो में बसा लिया...