वक्त
1. वक्त का बहाना करके.....
वक्त दे जाना ठीक नही......
वक्त पर वक्त देकर........
वक्त पर ना आना ठीक नही...
2. वक्त का इंतेजार रहता है....
आंखे पल्के बिछाये रहता है....
कब छत पर आओगी तुम.....
वक्त दर वक्त दीदार का इंतेजार रहता है...
3. वक्त भी अजिब है....
दिल छू जाये तो करिब है...
जिसके साथ ना हो वक्त...
वो कितना बदनसीब होता है...
4. वक्त पर मुलाकात होगा...
मेरे महबुब से मुलाकात होगा....
ऐ फिजाओं थोडा बरस जाना...
क्या वो हसी मूलाकात हेागा...
5. वक्त का फेर भी क्या कहना...
सपने सच हो तो क्या कहना...
वो फिसली ना होती तो बाहों मे ना होती....
नजरेां से दिल की बाते हो तो क्या कहना.....
6. वक्त मेरा आ गया...
मै सारे जहां में छा गया...
उसने कहा की मेरे पुखराज....
दिल तूम पर आ गया...
7. बारिष बतौर वक्त पर आई....
दिल के बाते जूबा पर आई....
इंद्रदेव जी से अपना सेटिंग था...
बिजली इतने जोर कि चमकी...
वो दौडकर मेरे बाहो में आई...
8. वो भी हसीन थी...
मै भी जवां था...
इष्क में धीरे-धीरे बढ रहे थे....
ऐसे था मेरे इष्कियां दाव....
9. वक्त कट रहा है...
दोस्तों कैसंे हेा...
मेरा तो ऐसे ही कट रहा है...
खुष रहो सब...
वक्त ऐसे कटता है...
10. वक्त की मस्ती चाहिए...
थेाडी यारेां की बस्ति चाहिए....
मैने तो रास्ते मोड दिये गम के....
दर्द भी मूझे पूरानी चाहिए...