सुबह
1.सुबह की महक अच्छा है...
पंक्षी की चहक अच्छा है...
सुबह तेरे लबों से नाम मेरा...
गुनगुनाने का अंदाज अच्छा है....
2.सुबह की षुरुआत तुमसे हों...
आंखों में अक्ष तुमसे हो...
जब भी आने खोलू दिदार तुमसे हो...
होगा प्यार मुझे ये तो इत्तेफाकन हैं...
जब भी हो प्यार तुमसे हो...
3.सुबह सुबह यूं ख्वाबों में ना आओ...
काम बहुत है इतना ना सताओं...
माना की तुम्हें भी दिदार का इंतेजार है...
पलकेां में बसके इतना ना सताओं....
4.सुबह चलो तुम्हारे नाम किया...
याद की क्या तुमने मुझे?...
सुबह उठा ही था की...
हिच्कीयों ने याद तुॅम्हारी बयान किया.....
5.एक राज साथ लाया हुं....
एक बात साथ लाया हूं...
सुना हू की उठ गई तुम...
सुबह के साथ अपनी याद लाया हूं....
6.ठंडी हवा चली अभी अभी...
जैसे तुम छुकर गई अभी अभी...
चलो अब ऊठ भी जाओ ना जी...
सुबह हूई है अभी अभी....
7. नई सुबह की षुरूवात हो गया...
नये काम का आगाज हो गया...
जो बित गया वो कल है....
आज की नई सूबह का आगाज हेा गया....
8.सुबह की नई उडान देखेा...
चमकते सूरज से भरा आसमान देखों....
हो गया है आज की आगाज...
चलो उठो और नये षुरूवात का नाम देखों...
9.आओ एक बार तुम्हे देख लुं...
क्या पता फिर ये दर्पण मिले ना मिले....
पास आ तन की गंधों को दे दो मुझें....
क्या पता इस सुबह सी यौवन मिले ना मिले....
10.इष्क में सुबह हो और षाम हो....
मोहब्बत में मेरा ऐसा मुकाम हो...
कहीं से भी गुजरू रहगुजर से...
सब की लबों में मेरा नाम हों...
1.सुबह की महक अच्छा है...
पंक्षी की चहक अच्छा है...
सुबह तेरे लबों से नाम मेरा...
गुनगुनाने का अंदाज अच्छा है....
2.सुबह की षुरुआत तुमसे हों...
आंखों में अक्ष तुमसे हो...
जब भी आने खोलू दिदार तुमसे हो...
होगा प्यार मुझे ये तो इत्तेफाकन हैं...
जब भी हो प्यार तुमसे हो...
3.सुबह सुबह यूं ख्वाबों में ना आओ...
काम बहुत है इतना ना सताओं...
माना की तुम्हें भी दिदार का इंतेजार है...
पलकेां में बसके इतना ना सताओं....
4.सुबह चलो तुम्हारे नाम किया...
याद की क्या तुमने मुझे?...
सुबह उठा ही था की...
हिच्कीयों ने याद तुॅम्हारी बयान किया.....
5.एक राज साथ लाया हुं....
एक बात साथ लाया हूं...
सुना हू की उठ गई तुम...
सुबह के साथ अपनी याद लाया हूं....
6.ठंडी हवा चली अभी अभी...
जैसे तुम छुकर गई अभी अभी...
चलो अब ऊठ भी जाओ ना जी...
सुबह हूई है अभी अभी....
7. नई सुबह की षुरूवात हो गया...
नये काम का आगाज हो गया...
जो बित गया वो कल है....
आज की नई सूबह का आगाज हेा गया....
8.सुबह की नई उडान देखेा...
चमकते सूरज से भरा आसमान देखों....
हो गया है आज की आगाज...
चलो उठो और नये षुरूवात का नाम देखों...
9.आओ एक बार तुम्हे देख लुं...
क्या पता फिर ये दर्पण मिले ना मिले....
पास आ तन की गंधों को दे दो मुझें....
क्या पता इस सुबह सी यौवन मिले ना मिले....
10.इष्क में सुबह हो और षाम हो....
मोहब्बत में मेरा ऐसा मुकाम हो...
कहीं से भी गुजरू रहगुजर से...
सब की लबों में मेरा नाम हों...